केजीएमयू के पीडियाट्रिक सर्जरी डिपार्टमेंट द्वारा बाल खाने वाली बच्ची का किया गया सफल ऑपरेशन
रिपोर्ट शिवम मिश्रा
जिस वजह से बच्ची कुछ भी खाने अथवा पीने में असमर्थ थी। बच्ची के माँ बाप से बात करके पता चला की बच्ची को बाल (सर के अथवा जम्में पर गिरे हुए टूटे हुए बाल ) खाने की भी आदत थी।
इस बात को मद्देनज़र रखते हुए बच्ची को साइकियाट्रिक डिपार्टमेंट में भी दिखाया गया तथा और भी समबन्धित जांचे कराइ गयी जिसमें पेट की दूरबीन से भी जांच सम्मिलित थी। इन सबसे पता चला की बच्ची के पेट में बालो का गुच्छा बन गया है। बच्ची का ऑपरेशन करने का निर्णय लिया गया। बच्चे को 20 फ़रवरी 2023 को ओ.टी. में ले जाया गया l बच्ची को जनरल एनेस्थीसिया दिया गया और कुशलता का परिचय देते हुए प्रोफेसर जे. डी . रावत और उनकी टीम ने पेट में चीरा देकर पूरा बालो का गुच्छा निकला गया।
4 दिन बाद बच्ची का खाना पीना शुरू किया गया , बच्ची की हालत में लगातार सुधर होने लगा तथा बच्ची पूर्णतय स्वस्थ हो गयी। l 01 मार्च 2023 को बच्चे को सकुशल छुट्टी दे दी गई I
ऑपरेशन करने वाली टीम में प्रोफेसर जे डी रावत, डॉ सुधीर सिंह और डॉ निरपेक्ष त्यागी, और एनेस्थीसिया टीम में प्रोफेसर जी पी सिंह, डॉ प्रेमराज सिंह और ओ टी टीम में सिस्टर वंदना और सिस्टर अंजू ने सहयोग दिया I
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