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लखनऊ के वरिष्ठ साहित्यकार, कमल किशोर ‘भावुक’ की दो पुस्तकों और वेबसाइट का लोकार्पण l

लखनऊ के वरिष्ठ साहित्यकार, कमल किशोर ‘भावुक’ की दो पुस्तकों और वेबसाइट का लोकार्पण l


जुलूस मौसम के.. (ग़ज़ल-संग्रह) व रेत में कमल (छन्द –संग्रह) का हुआ विमोचन l


सुविख्यात कवि डॉ शिव ओम ‘अम्बर’ व मा. मंत्री समाज कल्याण असीम अरुण की उपस्थिति में संपन्न हुआ भव्य लोकार्पण- समारोह l

लोकप्रिय गायक किशोर चतुर्वेदी ने भावुक की गजलों को दी अपनी आवाज़, रहे आकर्षण का केंद्र व मन्त्र मुग्ध हुए श्रोता l


 लखनऊ के गोमती नगर स्थित भागीदारी भवन के सभागर में शिवम् साहित्यिक एवं सांस्कृतिक मंच, लखनऊ के तत्वावधान में आयोजित लोकार्पण-समारोह में लखनऊ निवासी ख्यातिलब्ध साहित्यकार व वरिष्ठ कवि कमल किशोर ‘भावुक’ की सद्यः प्रकाशित कृतियों जुलूस मौसम के.. (ग़ज़ल-संग्रह) व रेत में कमल (छन्द –संग्रह) तथा भावुक जी की वेबसाईट www.kkbhavuk.in का विमोचन किया गया l


उक्त कार्यक्रम की अध्यक्षता भारत वर्ष के श्रेष्ठ हिन्दी साहित्यकार व काव्य मंचों के लोकप्रिय कवि आदरणीय डॉ. शिव ओम ‘अम्बर’ ने की व मुख्य अतिथि के रूप में मंत्री समाज कल्याण, उ.प्र.शासन असीम अरुण उपस्थित रहे l उपरोक्त आयोजन में विशिष्ट अतिथि के रूप में एस. के. गर्ग (प्रख्यात समाजसेवी-एल्डिको समूह) की गरिमामयी उपस्थिति रही जबकि मुख्य वक्ता के रूप में प्रो. हरिशंकर मिश्र (वरिष्ठ शिक्षाविद, लखनऊ वि.वि. व प्रख्यात साहित्यकार) ने कमल किशोर ‘भावुक’ के कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए उनकी हिन्दी सेवा के लिए उन्हे शुभकामनाए दी l कार्यक्रम में विशिष्ट अभ्यागत के रूप में पूर्व राज्य मंत्री, उ.प्र. सरकार सुधाकर त्रिपाठी उपस्थित रहे l कार्यक्रम का सञ्चालन सुविख्यात कवी कुलदीप ‘कलश’ ने किया l
शिवम् साहित्यिक एवं सांस्कृतिक मंच, लखनऊ द्वारा हिन्दी साहित्य के लिए समर्पित लखनऊ के चार साहित्य सेवियों को सम्मानित भी किया गया l सम्मानित कवियों को कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ अम्बर व मुख्य अतिथि असीम अरुण ने मान-पत्र, अंग वस्त व स्मृति चिन्ह भेंट किया l


 राजेन्द्र शुक्ल ‘राज’ – पं. बैजनाथ तिवारी स्मृति सम्मान-2023

डॉ. के.एन. श्रीवास्तव – पं. बैजनाथ तिवारी स्मृति सम्मान-2023

डॉ. शोभा दीक्षित ‘भावना’ – माँ कान्ति देवी स्मृति सम्मान -2023

डॉ. अमिता दुबे –माँ कान्ति देवी स्मृति सम्मान -2023

देश के लोकप्रिय गायक किशोर चतुर्वेदी एवं उनके सहयोगियों द्वारा कमल किशोर ‘भावुक’ की गजलों का गायन सभी के लिए आकर्षण का केंद्र रहा l इससे पूर्व भी किशोर चतुर्वेदी व स्वाति रिजवी द्वारा भावुक की गजलों का गायन किया जा चुका है l
इस अवसर पर डॉ. शिव ओम अम्बर ने श्री भावुक की कई रचनाओं को उधृत करते हुए कहा कि भावुक की रचना-धर्मिता को सराहा और कहा कि भावुक आज के दौर के लिए सबसे उपयुक्त तेवर के रचनाकार हैं l असीम अरुण ने कहाँ कि भावुक को पढने पर कभी लगता है कि यह दुष्यंत कुमार जैसा तेवर है तो कभी कभी महादेवी वर्मा जैसी वेदना भी प्रस्फुटित होती है l
इस अवसर पर शहर के तमाम श्रेष्ठ साहित्यकारों सहित देश के सुदूर क्षेत्रों से भी साहित्यकार, पत्रकार, कवि व गणमान्य समाजसेवी उपस्थित रहे l अन्त में कृष्ण प्रताप सिंह ‘सुमन’ (वरिष्ठ गीतकार व सेवा निवृत्त्त प्राचार्य) ने सभी का आभार ज्ञापन कर कार्यक्रम का औचारिक समापन किया l

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