मुख्यमंत्री के ईमेल पर समाजसेवी बरकत अली ने किया लावारिस लाशों का जिक्र
जनपद अंबेडकरनगर से लेकर पूरे उत्तर प्रदेश और पूरे भारत में आए दिन कहीं ना कहीं कोई अज्ञात लाश मिलती रहती है हर बार पुलिस प्रशासन इन लाशों को लावारिस मानकर वैधानिक प्रक्रिया पूर्ण करते हुए अंतिम संस्कार करा देता है और इस प्रकार अपने कर्तव्य का दायित्व समाप्त समझ लेता है जबकि यदि उसमें सुचारू रूप से प्रयास किया जाए तो कुछ लाशों के वारिसदार भी मिल जाया करेंगे जिस प्रकार से पुलिस प्रशासन अपने विभाग में कई शाखाएं बना रखी है जैसे सीआईडी विभाग फायर ब्रिगेड वायरलेस सशस्त्र बल नागरिक बल ठीक उसी प्रकार से अज्ञात लाशों के जानकारी के संबंध पुलिस विभाग को कुछ कर्मियों को लेकर एक अलग विभाग बना देना चाहिए। इस विभाग का एकमात्र उद्देश्य लावारिस मिली हुई लाशों के विषय में सघनता से प्रयास करते हुए उस लावारिस लाश के विषय में अधिक से अधिक जानकारी अर्जित कर उस परिवार तक पहुंच जाएं परिवार के सदस्य की मृत्यु हुई है इसको सारी टीवी चैनल समस्त समाचार पत्र के मुख्य पृष्ठ पर इस लावारिस लाश की खबर को प्रसारित किया जाए ताकि उस लावारिस शव का शिनाख्त हो सके जिससे कि इस समस्या का समाधान कुछ हद तक हो सकेl
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