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मीरापुर से रिक्शा चालक को घायल करके रिक्शा मोबाइल पैसा लूट कर लुटेरे हुए फरार

मीरापुर से रिक्शा चालक को घायल करके
 रिक्शा मोबाइल पैसा लूट कर
 लुटेरे  हुए फरार
घटना 24 तारीख की रात 1.30 मिनट की है

जनपद प्रयागराज कीडगंज
 के रहने वाले अब्दुल रहमान
 पिता का नाम रशीद खान
 पता खलासी लाइन कीडगंज प्रयागराज

 अब्दुल रहमान एक चालक है
 हर रोज की तरह सवारी की तलाश में रात को निकले स्टेशन से सवारी को लेकर जीरो रोड बस अड्डा पहुंचे सवारी उतारा उसके बाद  होने वहां दो लड़के सवारी के रूप मे मिले जिनको मीरापुर जाना था अब्दुल रहमान से कहा मुझे मीरापुर जाना है अब्दुल रहमान ने कहा छोड़ देंगे जब वह दो लड़के बैठे रिक्से पर तो उन्होंने 2 लड़कों को और बुलाया और अब्दुल रहमान से किराया तय करके मीरापुर की तरफ निकल गए मीरापुर पहुंचने के बाद दो लड़के पेशाब करने के लिए उतरे उसके बाद दरियाबाद कब्रिस्तान की तरफ जहा अंधेरा रहता है वहां अब्दुल रहमान से जाने के लिए कहा अब्दुल रहमान ने मना करा तो वह दो लड़के हाथापाई पर उतर आए और रिक्से पर दो लड़के जो बैठे थे उन्होंने भी अब्दुल रहमान को मारना शुरू कर दिया की धारदार चीज से उन लड़कों ने अब्दुल रहमान के कान पर वार किया जिसके कारण रहमान के कान पर गंभीर चोट आ गई और खून लबालब बहने लगा और अब्दुल रहमान को वहीं पर फेंक दिया वह चारों लड़के अब्दुल रहमान से रिक्सा मोबाइल और पैसा लेकर फरार हो गए  अब्दुल रहमान जब उठे तो वहां पर दो लड़के स्कूटी लेकर आएं उन्होंने अब्दुल रहमान से पूछा तुमरा खून कैसे निकल रहा है तो अब्दुल रहमान ने सारी बातें उनको बताएं फिर उन्होंने सूचना पुलिस को दी अतरसुइया थाने की प्रशासन के लोग ने आए और अब्दुर रहमान को कलवान अस्पताल ले गए और इलाज करा कर अब्दुल रहमान के घर जोकि कीडगंज में है वहां पर छोड़ दिया
 अब्दुल  रहमान को देखकर उनके घर वाले रोने लगे और बुरा हाल हो गया अब्दुल रहमान की कंडीशन अच्छी नहीं थी घर वालों ने इलाज  के लिए स्वरूप रानी हॉस्पिटल में एडमिट कराया जहां उनका सही इलाज हुआ
 1 दिन बीत जाने पर अब्दुल रहमान के घर वालों ने थाना अतरसुइया में एप्लीकेशन दी जिस पर प्रशासन कार्रवाई कर रही है
 अब्दुल रहमान एक गरीब परिवार से हैं जो रिक्सा किराए पर लेकर चलाते हैं अब्दुल रहमान के घरवालों का कहना है  रिक्सा चोरी हो जाने के बाद किराए पर दिए हुए रिक्सा मालिक ने कहा मुझे मेरा रिक्सा लाकर दो या मुझे पैसा दो अब्दुल रहमान के घरवालों का कहना है हम गरीब आदमी कहां से लाकर दें
अब्दुल रेहमान के घर का ये हाल है की रोज कमाते है रोज खाते है उनके पास इलाज तक के पैसे नहीं थे चाचा और बड़े पापा मिल कर उनका इलाज कर रहे है और घर का ज़िम्मा उठा रहे है

 अब्दुल रहमान के घर वालों ने प्रशासन से लगाई न्याय की गुहार .
मेरे साथ इन्साफ हौ

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