डीएफओ अंबेडकर नगर रेंजर की मिलीभगत से प्रतिबंध लकड़ियों की हो रही है धड़ल्ले से चिराई
खबर सूत्रों के हवाले से
*डीएफओ अंबेडकर नगर रेंजर की मिलीभगत से प्रतिबंध लकड़ियों की हो रही है धड़ल्ले से चिराई*
जिले के बसखारी थाना क्षेत्र में राजेश्वर पांडे के नाम से संचालित आरा मशीन वरदान हॉस्पिटल के पीछे संचालित हो रही है आरा मशीन पर नीम शीशम आम जो लकड़िया प्रतिबंध है इसके बावजूद भी खुलेआम लकड़ियों की चिराई की जा रही है
इस विषय में अंबेडकर नगर डीएफओ से मीडिया कर्मी द्वारा बात की गई तो डीएफओ साहब ने बताया के हम छापा मारने आ रहे हैं आप वहीं पर रहिए और जब आधी घंटा बाद संपर्क किया गया तो रेंजर ऑफिसर और डीएफओ का मोबाइल नेटवर्क कवरेज एरिया के बाहर बताने लगा आरा मशीन पर डंपर ट्राली पर बोटे को लदवा कर लकड़ियों को छुपा दिया गया सवाल डीएफओ और रेंजर्स साहब का मोबाइल नेटवर्क क्षेत्र से बाहर होना सवालों के घेरे में खड़ा करता है मीडिया कर्मी को रोकना एक बड़ा सवाल क्या मीडिया कर्मी को मरवाने का प्लान अगर डीएफओ साहब को छापा नहीं मारना था तो मीडिया कर्मियों को क्यों गुमराह किया गया इन सवालों से यह साबित होता है की रेंजर और डीएफओ की मिलीभगत से यहां हो रहा है बड़ा खेल साबित हो रहा है डीएफओ और रेंजर साहब की मिलीभगत से यह संचालित हो रहा है
आरा मशीन पर प्रतिदिन लगभग लाखों रुपए के प्रतिबंधित लकड़ियों की तस्करी की जाती है जिससे सरकारी राजस्व को भी चूना लग ही रहा है प्रदेश सरकार के पर्यावरण बचाने की मुहिम भी धाराशाही हो रही है प्रशासनिक अधिकारी की लापरवाही के चलते वन माफियाओं की लगातार कट रही है चांदी
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