A total of 20 courts were set up in this National Lok Adalat,
*इस राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 20 अदालत लगायी गई*
जनपद न्यायालय परिसर अम्बेडकरनगर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन पद्म नारायण मिश्र, जनपद न्यायाधीश / अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अम्बेडकरनगर की अध्यक्षता में माँ सरस्वती के प्रतिमा के समक्ष दीपार्थन एवं पुष्पार्चन करके रत्नेश मणि त्रिपाठी विशेष न्यायाधीश एस०सी० / एसटी० एक्ट / नोडल अधिकारी राष्ट्रीय लोक अदालत की उपस्थिति में एवं सुश्री प्रियंका सिंह, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अम्बेडकरनगर के देख रेख में एवं जनपद न्यायालय अम्बेडकरनगर के समस्त सम्मानित न्यायिक अधिकारीगण की उपस्थिति में कोविड-19 महामारी में शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का अनुपालन करते हुए कराया गया।इसके अतिरिक्त पुरानी कचहरी अकबरपुर अम्बेडकरनगर स्थित पारिवारिक न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन अनमोल पाल, प्रधान न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय की अध्यक्षता में माँ सरस्वती के प्रतिमा के समक्ष दीपाचन एवं पुष्पाचन करके एवं पद्म नारायण मिश्र, जनपद न्यायाधीश रत्नेश मणि त्रिपाठी, विशेष न्यायाधीश एस०सी० / एस०टी० एक्ट / नोडल अधिकारी, राष्ट्रीय लोक अदालत एवं श्रीमती पूजा विश्वकर्मा, अपर प्रधान न्यायाधीश, पारिवारिक न्यायालय / नोडल अधिकारी राष्ट्रीय लोक अदालत की उपस्थिति में व प्रियंका सिंह सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अम्बेडकरनगर के देखरेख में कोविड-19 महामारी में शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का अनुपालन करते हुए कराया गया।इस राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 20 अदालत लगायी गयी।पदम नारायण मिश्र,जनपद न्यायाधीश द्वारा 02 वादों का निस्तारण किया गया। चन्द्रहास राम, अध्यक्ष स्थायी लोक अदालत द्वारा विद्युत वाद का 01 वाद का निस्तारण करते हुये 3,41.601 /- रुपये के बड़े बिल को गुण-दोष के आधार पर संशोधित करते हुये 9671/- के बिल पर सहमति बनी एवं तत्काल बिल का भुगतान कर दिया गया अनमोल पाल प्रधान न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय, अम्बेडकरनगर द्वारा कुल 10 पारिवारिक वादों का निस्तारण किया गया। इसमें से 04 दम्पत्तियों जो कि वर्षों से अलग-अलग रह रहे थे एक साथ रहने को राजी हुए प्रधान न्यायाधीश, पारिवारिक न्यायालय ने सनी दम्पत्तियों को आशीर्वाद देकर विदा किया।विश्वनाथ, अपर जिला न्यायाधीश, कक्ष संख्या-01, अम्बेडकरनगर द्वारा कुल 51 वादों का निस्तारण करते हुये 43000/- (तैतालीस हजार रूपये) का अर्थदण्ड आरोपित किया गया रत्नेश मणि त्रिपाठी विशेष न्यायाधीश अनु0जाति / अनु०जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम, अम्बेडकरनगर द्वारा 02 यादों का निस्तारण किया गया।आशीष वर्मा, विशेष न्यायाधीश पॉक्सो अधिनियम द्वारा 03 वादों का निस्तारण करते हुए रू० 1.500/- (एक हजार पाच सौ रूपये) का अर्थदण्ड आरोपित गया नेहा आनन्द, अपर जिला जज तृतीय द्वारा 02 वादों का निस्तारण करते हुये रू0 500/- (पांच सौ रूपये) का अर्थदण्ड आरोपित किया गया।फरीदा बेगम, अपर जिला जज पॉक्सो-I द्वारा 02 यादों का निस्तारण करते हुए रू0 1000/- (एक हजार रुपये) का अर्थदण्ड आरोपित किया गया। श्रीमती पूजा विश्वकर्मा, अपर प्रधान न्यायाधीश, पारिवारिक न्यायालय, अम्बेडकरनगर द्वारा 21 पारिवारिक वादों का निस्तारण किया गया इसमें से 04 दम्पत्तियों जो कि वर्षों से अलग-अलग रह रहे थे, एक साथ रहने को राजी हुए अपर प्रधान न्यायाधीश, पारिवारिक न्यायालय ने सभी दम्पत्तियों को आशीर्वाद देकर विदा किया।अभिषेक कुमार श्रीवास्तव, अपर जिला जज, त्वरित, प्रथम, अम्बेडकरनगर द्वारा 01 वाद का निस्तारण किया गया जिसमें उन्होंने ऐतिहासिक निर्णय देते हुये वर्ष 1990 से लम्बित मूलवाद (मूलवाद स० 1178 / 1990) का भी निस्तारण किया इस प्रकार अपर जिला जज, त्वरित प्रथम अम्बेडकरनगर द्वारा लगभग 31 वर्षों से लम्बित विवाद को पूर्णतः समाप्त कर दिया गया कमलेश कुमार मौर्य, अपर जिला जज त्वरित, द्वितीय, अम्बेडकरनगर द्वारा 01 याद का निस्तारण करते हुये रूo 500/- (पाच सौ रुपये) का अर्थदण्ड आरोपित किया गया।पूनम सिंह-II मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अम्बेडकरनगर द्वारा सबसे अधिकतम 3126 वादों का निस्तारण करते हुए रू02.19,480/- (दो लाख उन्नीस हजार चार सौ अस्सी रूपये का अर्थदंड आरोपित किया गयाजिसमें उन्होंने ऐतिहासिक निर्णय देते हुये वर्ष 1995 से लम्बित याद ( सरकार बनाम अर्जुन सिंह याद संख्या- 119 / 1995 ) एवं वर्ष 1996 से लम्बित बाद (सरकार बनाम मनोज कुमार याद संख्या - 46 / 1996) का भी निस्तारण किया का भी निस्तारण किया गया इस प्रकार मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, अम्बेडकरनगर द्वारा लगभग 27 वर्षों से लम्बित विवादों को पूर्णतः समाप्त कर दिया गया। अशोक कुमार-XII सिविल जज (सी०डि०) अम्बेडकरनगर द्वारा 30 वादों का निस्तारण करते हुए रू० 243.77.115/- (दो करोड़ तैतालिस लाख सतहत्तर हजार एक सौ पंद्रह रूपये) का उत्तराधिकार प्रमाण-पत्र जारी किया गया जिसमें उन्होंने ऐतिहासिक निर्णय देते हुये वर्ष 1985 से लम्बित विवाद (कौलेश्वर बनाम विश्वनौर बाद संख्या-653 / 1985) वर्ष 1993 से लम्बित सिविल याद (केदार बनाम सच्चिदानंद सिविल बाद संख्या- 19 / 1993) वर्ष 1995 से लम्बित याद (रामशब्द बनाम भवानी प्रसाद याद संख्या-446 / 1995) का भी निस्तारण किया. इस प्रकार श्रीमान सिविल जज (सी०डि०) अम्बेडकरनगर द्वारा लगभग 35 वर्षों से लम्बित विवादों को पूर्णत समाप्त कर दिया गया। कुमुद उपाध्याय, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अम्बेडकरनगर द्वारा 49 यादों का निस्तारण करते 11300/ (ग्यारह हजार तीन सौ रुपये) का अर्थदण्ड आरोपित किया गया।अजय कुमार मिश्र, सिविल जज (००) / जे०एम० टाण्डा. अम्बेडकरनगर द्वारा कुल 679 बादों का निस्तारण करते हुए रू0 8.85,022 84/- (आठ लाख पचासी हजार बाईस रुपये) का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र जारी किया गया एवं 62.700/- (बासठ हजार सात सौ रुपये) का अर्थदंड आरोपित किया गया। सौम्या द्विवेदी, सिविल जज (जू०डि०) अम्बेडकरनगर द्वारा कुल 39 यादों का निस्तारण करते हुए रू0 24.0197397/- (चौबीस लाख एक हजार नौ सौ तिहत्तर रूपये) का उत्तराधिकार प्रमाण पत्र जारी किया गया सृष्टि त्रिपाठी, अपर सिविल जज (जूडिय) द्वितीय, अम्बेडकरनगर द्वारा कुल 204 वादों का निस्तारण करते हुए रू0 21,490/- (इक्कीस हजार चार सौ नब्बे रूपये) का अर्थदंड आरोपित किया गया। अमरनाथ, अपर सिविल जज (जूडि०) पंचम अम्बेडकरनगर द्वारा कुल 223 वादों का निस्तारण करते हुए रू० 22460/- (बाईस हजार चार सौ साठ रूपये) का अर्थदंड आरोपित किया गया जिसमें उन्होंने ऐतिहासिक निर्णय देते हुये वर्ष 1994 से लम्बित याद का भी निस्तारण किया गया इस प्रकार मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अम्बेडकरनगर द्वारा लगभग 27 वर्षों से लम्बित विवादों को पूर्णतः समाप्त कर दिया गया। कामाशी सागर, अपर सिविल जज (जूडि०) त्वरित प्रथम, अम्बेडकरनगर द्वारा कुल 463 वादों का निस्तारण करते हुये रू0 4500/- (चार हजार पाच सौ रूपये) का अर्थदण्ड आरोपित किया गया। अशोक कुमार, अपर सिविल जज (जूडि०) त्वरित, अम्बेडकरनगर द्वारा कुल 369 वादों का निस्तारण करते हुए रू० 22060/- (बाईस हजार पचास रूपये) का अर्थदंड आरोपित किया गया। इसके साथ ही राष्ट्रीय लोक अदालत में जनपद अम्बेडकरनगर के राजस्व न्यायालयों द्वारा कुल 17622 राजस्य वाद, एवं जनपद के अन्य विभागों द्वारा 3130 वाद, बैंक ऑफ बड़ौदा बढ़ौदा 30प्र0 ग्रामीण बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, भारतीय स्टेट बैंक सहित जनपद के अन्य बैंकों द्वारा स्टाल लगाकर 967 वाद निस्तारित करते हुये 4,86,00,778/- रू० का समझौता किया गया जिसमें से 91.81343 /- रू0 तत्काल वसूल किया गया। कुल मिलाकर प्री-लिटिगेशन के 21719 यादों का निस्तारण हुआ. इस प्रकार इस राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 26996 वादों का निस्तारण किया गया।लोक अदालत में शिव कुमार प्रशासनिक अधिकारी, जनपद न्यायालय, अम्बेडकरनगर,आशीष सिंह अग्रणी जिला प्रबन्धक बैंक ऑफ बढ़ीदा, अमित कुमार वर्मा, न्यायालय प्रबन्धक मयूरश्रीवास्तव, सिस्टम ऑफीसर, मनोज कुमार पाण्डेय केन्द्रीय नाजिर, अमृतलाल आदि सहित तमाम वादकारीगण व अधिवक्तागण आदि उपस्थित रहे।
Post a Comment