अकबरपुर कोतवाली पुलिस की ढिलाई से हुई शिवा की हत्या
अम्बेडकरनगर
नगर के शहजादपुर कस्बे के निवासी शिवा कसौधन की रविवार को तमसा नदी में बोरे में बंद लाश मिलने के बाद व्यापारियों में उबाल आ गया। नाराज परिजनों और व्यापारियों ने तहसील तिराहे के पास सड़क जाम कर दिया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। मामला बढ़ते देख बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी बुला लिए गए। सीओ सिटी के समझाने के बाद भी परिजन नहीं माने और जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को मौके पर बुलाने पर अड़े थे।भीड़ के बीच पहुंचे अकबरपुर कोतवाल अमित प्रताप सिंह को व्यापारियों और परिजनों की नाराजगी का सामना करना पड़ा। आरोप है कि परिजनों ने मृतक शिवा के देर रात भर न पहुंचने पर तत्काल इसकी जानकारी अकबरपुर कोतवाली पुलिस को दी थी, लेकिन पुलिस ने उस समय कोई तत्परता नहीं दिखाई। परिजनों का आरोप है कि यदि पुलिस तत्काल आरोपियों की तलाश करती तो शिवा की जान बच सकती थी। परिजनों का कहना है कि अकबरपुर कोतवाल और चौकी इंचार्ज ने मामले को बहुत ही हल्के में लिया।
यहां तक कि जब परिजनों द्वारा बताया गया कि शिवा नगर के साईं प्लाजा होटल में दावत करने की बात कहकर घर से निकला है तो सबसे पहले होटल से ही सीसीटीवी फुटेज निकालकर उसके दोस्तों की पड़ताल की जा सकती थी। लेकिन परिजनों का आरोप है कि रात में कोतवाली पुलिस टस से मस नहीं हुई। अगले दिन सुबह भी पुलिस की कार्रवाई बहुत ही चिंताजनक थी। सट्टेबाजी में शिवा की हत्या होना बताया जा रहा है। चर्चा है कि शिवा ने सट्टेबाजी के खेल में लाखों रुपए जीत लिए थे। लेकिन उसके दोस्त इस पैसे को हड़पने में लगे हुए थे। बताया तो यह भी जा रहा है कि अकबरपुर कोतवाली पुलिस ने कुछ पैसे शिवा के परिजनों को दिलाए थे।
उधर उसके चारों दोस्तों के पकड़े जाने के बाद जो बयान उन्होंने दिए उससे हत्या की आशंका के बाद परिजन लगातार शिवा की लाश की तलाश कर रहे थे। लेकिन पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी थी। रविवार को सुबह तमसा नदी में बोरे से भरी शिवा की लाश मिलने के बाद पूरे शहर में सनसनी फैल गई। लाश भी परिजनों की खोजबीन के बाद ही मिली है। जिसके बाद नाराज व्यापारियों और परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। व्यापारियों ने अपने प्रतष्ठिान बंद कर दिए और सड़कों पर विरोध करने के लिए उतर गए। देखते ही देखते तहसील तिराहा लोगों की भीड़ से पट गया।इस दौरान पुलिस पूरी तरह से रक्षात्मक नजर आई। शिवा की मां और उसके परिजनों का रो रो कर बुरा हाल था। मामले में सीओ सिटी अशोक कुमार सिंह ने काफी देर तक लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन लोगों का आक्रोश नहीं थम रहा था। हालांकि परिजनों की मांग पर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक अकबरपुर कोतवाली पहुंचे और वस्तिृत बातचीत की और भरोसा दिलाया कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उनको कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाएगी। इसी दौरान व्यापारी नेताओं ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाया है और अकबरपुर कोतवाल तथा चौकी इंचार्ज को सस्पेंड करने की मांग की।
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