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प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना की उड़ रही धज्जियां


अंबेडकर नगर
*प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना की उड़ रही धज्जियां*
अंबेडकरनगर स्थानीय लोगों को स्वरोजगार प्रदान करने के लिए वृहद ऋण मेले का आयोजन आए दिन किया जाता हैं।इस मेले के अंतर्गत गरीब परिवार को जो रोजगार करना चाहते है।को ऋण बांटा जाता हैं।परंतु यह सब दिखावा हैं या फिर हकीकत इसका जीता जागता उदाहरण विकास खण्ड टाण्डा के बैंक ऑफ बड़ौदा ऐनवा,व महुवारी में देखने को मिल रहा है। यहाँ पर तो प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के नाम पर पहले गारंटी रखी जाती हैं कि कौन ऋण चुका पाएगा कौन नहीं खास तौर पर यह शर्त उनके लिए रहता है जो कमीशन देने में आनाकानी करते हैं।यहाँ पर 10%कमीशन देने के बाद फिर कोई भी गारंटी नहीं लगती।यहां पर चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी नियुक्त करता है कि किसे ऋण दिया जाए किसे नहीं सूत्रों के मुताबिक इस बैंको में कई ऐसे भी लोग हैं जो एक नहीं कई ऋण लेने के बाद भी वापस नहीं किए फिर भी उनके लिए बैंक के दरवाजे 24 घण्टे खुला रहता है।जिसकी वजह कमीशन तगड़ा मिलता है।वही सबसे बड़ी बात तो यह है कि जनपद के उच्च स्तरीय अधिकारियों की भी मिली भगत रहती है।उद्धम विभाग से फाइल पास करवाने के पहले यह तय किया जाता हैं कि कौन बैंक इसे पास करेगा पहले बैंक के पास चलो फिर फाइल तो बनती रहेगी फाइल बनने के पहले यहां 10%कमिशन तय किया जाता हैं। जहाँ जनपद के अधिकारियों कर्मचारियों नेतागण वाह वाही लूटने के लिए वृहद ऋण मेले के नाम पर मात्र दिखावा करते है।कि करोड़ों रुपये का ऋण दिया गया जबकि हकीकत कुछ और रहता है।मजे की बात तो यह है कि कहीं वृह्द ऋण मेले के नाम पर धन कमाने का जरिया तो नहीं बन गया है। वृह्द ऋण मेला की धज्जियां उड़ा रहे बैंक अधिकारी कर्मचारी जहां मेले का आयोजन कर ऋण रेवडी के भाव से देने का प्रचार प्रसार किया जा रहा है।तो ऐसी क्या मजबूरी हो गई बैंक के पास की प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना के नाम पर 2 लाख रुपए का ऋण देने में आनाकानी कर रहे बैंककर्मी या फिर ऋण मेले के नाम पर भ्र्ष्टाचार किया जा रहा है।
युवाओं ने क्या कहा
ऋण लेने आए कुछ युवाओं ने बताया कि अगर बैंक ऋण दे देता है तो फिर वह स्वरोजगार अपनाते हुए आत्मनिर्भर बनकर अपने सहित अन्य लोगों को भी सहारा दे सकते है।परंतु बैंक मैनेजर के द्वारा गारंटी ली जाती हैं कि कहा से पैसा वापस दोगे(दरअसल बैंक मैनेजर के ही पैसे से बैंक चल रहा है)पहले कोई रोजगार करो फिर आओ तब देखेंगे
युवाओं ने बताया कि जब उनके पास इतना धन होता तो फिर वह ऋण क्यो लेते।जहां प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना में कोई 2 लाख रुपए तक का गारंटी नहीं लगती मात्र आधार कार्ड पर ऋण दिया जाता हैं तो यहां पर बगैर गारंटी के कोई लोन नहीं होता।ऋण 10%कमीशन देने वाले लोगों को मिलता है।इन दिनों बैंक भ्र्ष्टाचार का सबसे बड़ा केंद्र बन गया है।जहाँ पर कमिशन बगैर कोई कार्य सम्भव नहीं।

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