शिक्षक दिवस के मौके पर सम्मान समारोह का हुआ आयोजन
*संवाददाता-- न्यूज़ 24 इंडिया*
जहाँगीरगंज अम्बेडकरनगर:भारत के पूर्व राष्ट्रपति डा.सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती जिले के विभिन्न विद्यालयों में शिक्षक दिवस के रुप में बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया।इस मौके पर फतेह मोहम्मद मेमोरियल इण्टर कालेज जहाँगीरगंज में शिक्षक दिवस एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। आयोजित समारोह को सम्बोधित करते हुए प्रधानाचार्य मोहम्मद तौफ़ीक़ अन्सारी ने कहा कि डा.सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक महान व्यक्ति थे।वे काफी कर्मठ एव कुशल नेतृत्वकर्त्ता थे,जिसके बदौलत वे शिक्षक से राष्ट्रपति तक के पद को सुशोभित किया।हमें भी उनके मार्ग पर चलकर देश और समाज की सेवा करना चाहिये।प्रधानाचार्य ने कहा कि बचपन से किताबें पढने के शौकीन डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी का जन्म तमिलनाडु के तिरुतनी गॉव में 5 सितंबर 1888 को हुआ था। साधारण परिवार में जन्में डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी का बचपन तिरूतनी एवं तिरूपति जैसे धार्मिक स्थलों पर बीता । वह शुरू से ही पढाई-लिखाई में काफी रूचि रखते थे।स्कूल के दिनों में ही डॉक्टर राधाकृष्णन ने बाइबिल के महत्त्वपूर्ण अंश कंठस्थ कर लिए थे , जिसके लिए उन्हें विशिष्ट योग्यता का सम्मान दिया गया था। कम उम्र में ही स्वामी विवेकानंद और वीर सावरकर को पढा तथा उनके विचारों को आत्मसात भी किया। शिक्षक ध्रुव प्रसाद ने कहा कि ऐसी महान विभूति का जन्मदिन शिक्षक दिवस के रूप में मनाना हम सभी के लिये गौरव की बात है। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी के व्यक्तित्व का ही असर था कि 1952 में आपके लिये संविधान के अंतर्गत उपराष्ट्रपति का पद सृजित किया गया और वे स्वतंत्र भारत के पहले उपराष्ट्रपति बने।1962 में राष्ट्रपति बने तब कुछ शिष्यों ने एवं प्रशंसकों ने उनसे निवेदन किया कि वे उनका जनमदिन शिक्षक दिवस के रूप में मनाना चाहते हैं। तब डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी ने कहा कि मेरे जन्मदिवस को शिक्षक दिवस के रूप में मनाने से मैं अपने आप को गौरवान्वित महसूस करूंगा। तभी से 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।शिक्षक मोहम्मद इरफान ने कहा कि डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी ज्ञान के सागर थे। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी का मानना था कि व्यक्ति निर्माण एवं चरित्र निर्माण में शिक्षा का विशेष योगदान है। वैश्विक शान्ति, वैश्विक समृद्धि एवं वैश्विक सौहार्द में शिक्षा का महत्व अतिविशेष है। उच्चकोटी के शिक्षाविद् डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी को भारत के प्रथम राष्ट्रपति महामहीम डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने भारत रत्न से सम्मानित किया।शिक्षक मोहम्मद अरशद ने कहा कि राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी के महान विचारों को ध्यान में रखते हुए शिक्षक दिवस के पुनीत अवसर पर हम सब ये प्रण करें कि शिक्षा की ज्योति को ईमानदारी से अपने जीवन में आत्मसात करेंगे क्योंकि शिक्षा किसी में भेद नही करती, जो इसके महत्व को समझ जाता है वो अपने भविष्य को सुनहरा बना लेता है। जीवन ज्योति पब्लिक डायमंड स्कूल में आशीष कुमार और गुप्त एजुकेशन पॉइंट चौसा गौतम कुमार गुप्त के नेतृत्व में शिक्षक दिवस का आयोजन किया गया। उक्त मौके पर प्रधानाचार्य मोहम्मद तौफ़ीक़ अन्सारी ने सभी शिक्षकों को डायरी भेंटकर शिक्षक दिवस की मुबारकबाद दी।
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