भोजपुरी बचाओ आन्दोलन (भाग 7)
हॉं, मैं भोजपुरी बचाने की बात हिन्दी में करती हूँ.
इसकी वजह ये है कि अगर मैं भोजपुरी बचाने की बात सिर्फ भोजपुरी में करूंगी तो मेरा ये प्रयास सिर्फ भोजपुरी बोलने वालों के बीच सिमट कर रह जायेगा, जबकि जरूरी ये है कि अन्य भाषाओं के लोग भी ये समझें कि भोजपुरी के अश्लील गीतों का विरोध खुद भोजपुरी बोलने वालों के बीच से भी हो रहा है.
इस बात का अपना विशेष महत्त्व है. मेरा ये प्रयास अन्य भाषाओं के सामने ये जाहिर करता है कि पूरे कुएँ में भांग नहीं पड़ी, कुछ सुधी लोग भोजपुरी में अभी भी अपनी भाषा की छवि को लेकर सजग हैं.
ध्यान से समझिये, अगर एक भोजपुरी बोलने वाले ने भोजपुरी भाषा में, भोजपुरी के हितों की बात की, तो वो संदेश सिर्फ भोजपुरी बोलने वालों के बीच ही तो सीमित रह गया न!
कुएँ का मेंढक नहीं बनना है. भोजपुरी की वैश्विक पहचान बनानी है. इसके लिए जरूरी है कि भोजपुरी के भीतर चल रहे संघर्ष को बाहर के लोग भी समझें और महत्त्व दें.
उम्मीद है अगली बार मुझे हतोत्साहित करने की कोशिश करने की बजाय आप मेरी बात समझने का प्रयास करेंगे.
भोजपुरी का सम्मान बचाना सिर्फ मेरी जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि ये आप की भी जिम्मेदारी है कि हमारी भोजपुरी को पूरे विश्व में न सिर्फ सम्मान से देखा जाय, बल्कि बोला और सुना भी जाय.
भोजपुरी_ज़िन्दाबाद
अश्लीलता_मुर्दाबाद
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नेहा_सिंह_राठौर
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