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*महामारी की दूसरी लहर ने ग्रामीण क्षेत्रों को झकझोरा,दो गुना ज्यादा निकल रहे नए मामले*

अंबेडकर नगर
*महामारी की दूसरी लहर ने ग्रामीण क्षेत्रों को झकझोरा,दो गुना ज्यादा निकल रहे नए मामले*
अम्बेडकरनगर।प्रदेश में इस वर्ष कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ज्यादा घातक साबित हुई है। इस वर्ष संक्रमण के मामलों में खासी वृद्धि दर्ज की गई है। जानकारों की माने तो ग्रामीण क्षेत्रों में इस बार कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ा है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इस बार ग्रामीण क्षेत्रों में संक्रमण से अत्यधिक मौते हो रही है, जो कि बीते वर्ष यह कम थीं। माना जा रहा है कि इस बार ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण का मुख्य कारण गांवों में होने वाले विवाह व धार्मिक समारोह के साथ ही बाहर से आने वाले प्रवासी भी हैं।तो सबसे मुख्य कारण हाल ही में सम्पन्न हुई त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव भी मानी जा रही हैं।
जी हाँ,जिले में कोरोना का संक्रमण ग्रामीण अंचलो में पूरी तरह से पांव पसार चुका है। ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादातर लोग सांस की बीमारी से पीड़ित देखे जा रहे हैं । इलाज व जानकारी के अभाव में ग्रामीण क्षेत्र में सबसे ज्यादा मौतें हो रही हैं। पहले तो लोग बुखार खांसी जुखाम को सामान्य जुखाम बुखार समझ रहे हैं लेकिन यही बुखार जब गंभीर रूप धारण कर ले रहा है तथा लोगों को सांस लेने में परेशानी महसूस होने लगती है जब तक लोग इसके इलाज के प्रति गंभीर होते हैं तब तक यह बीमारी उन्हें इस तरह जगह चुकी होती है की इलाज के बाद भी उनका बस पाना संभव नहीं हो पा रहा है इससे निपटने के प्रश्न स्वास्थ्य महकमा अभी तक गंभीर नहीं हो सका है जामुन से होने वाली मौतों के ज्यादातर मामले सांस फूलने से
संबंधित सामने आ रहे हैं विकासखंड टांडा की ग्राम पंचायत अमेदा में महज 4 दिनों के अंदर ही 5 लोगों की
मौत हो चुकी है। इसके अलावा ग्राम पंचायत कलेश्वर में भी दो-तीन दिनों के अंदर दो युवकों की मौत से गांव में
मातम पसर गया है। लोग एक अजीब भय के साए में जी रहे हैं । यहां सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि ग्रामीण क्षेत्रमें अभी भी लोग ना तो सामाजिक दूरी का पालन कर पारहे हैं और ना ही मास्क का प्रयोग कर रहे हैं जिसकेकारण लोगों में संक्रमण का दायरा बढ़ता जा रहा है। अमेदा गांव में एक से तीन मई के मध्य दो तथा चार मई
को तीन लोगों की हुई मौत से गांव में भय का माहौल देखा जा रहा है। गांव के संजय वर्मा (48),अच्छेलाल
(51), इब्बन मियां (90), हृदय राम कन्नौजिया (48) व भगवान प्रसाद तिवारी (55) का निधन हो चुका है। ग्राम पंचायत कलेसर में देवानन्द मिश्र व राजेश का सांस लेने में परेशानी के कारण जिला अस्पताल ब मेडिकल
कालेज में निधन हो गया। इनमे से ज्यादातर लोग सम्भावित कोविड के मरीज थे। कटेहरी विकास खण्ड के
आशागढ़ गांव में भी एक युवक की मौत हो गयी है। देखना यह है कि स्वास्थ्य विभाग गांवो में हो रही मौतों
को रोकने के लिए क्या कदम उठाता है।

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