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*विवादित निमंत्रण कार्ड बना गले की फांस हुई जेल*

*विवादित निमंत्रण कार्ड बना गले की फांस हुई जेल*

*निरक्षर बाबूलाल हुआ साजिश करताओ की साजिश का शिकार*

*जमानत न कराने पर जाना पड़ा जेल*

*सोशल मीडिया पर साजिशकर्ताओ ने घटना का लाभ लेने क्यों देशों से चलाया अभियान*

सुल्तानपुर - कोतवाली देहात के अभिया खुर्द निवासी अधेड़ को अपने पुत्र के विवाह के लिए विवादित निमंत्रण पत्र छपवाना महंगा पड़ गया । जनता की शिकायत पर पुलिस ने अधेड़ को गिरफ्तार कर शांति भंग में चालान कर दिया । एसडीएम लंभुआ की कोर्ट में जमानत पत्र दाखिल करने पर उक्त आरोपी को जेल की हवा खानी पड़ गई । 3 दिन बीत जाने के बाद परिजन व परिचितों ने उनकी जमानत नहीं कराई । उक्त मामले में पीछे से साजिश का हिस्सा बने लोगों ने आरोपी का राजनीतिक इस्तेमाल शुरू कर दिया है । सोशल मीडिया पर तरह-तरह के दुष्प्रचार चलाए जा रहे हैं ।
मिली जानकारी के अनुसार कोतवाली देहात के अभिया खुर्द निवासी बाबूलाल पुत्र दुल्लुरअपने पुत्र के विवाह की तैयारी कर रहे थे जिसके लिए उन्होंने अपने किसी परिचित के साथ पहुंचकर शादी का कार्ड छपवाया । निमंत्रण पत्र में संविधान निर्माता बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की कथित प्रतिज्ञाओं को भी साथ गए युवक द्वारा छपवा दिया गया । निमंत्रण कार्ड बटा तो लोगों में हड़कंप मच गया । कार्ड में हिंदू धर्म के विरुद्ध व समाज को बांटने वाली बातें भी छपी थी जिसको लेकर किसी ने कोतवाली देहात में शिकायत दर्ज करा दी । क्षेत्र वासियों में कार्ड के विरुद्ध बढ़ रहे असंतोष को भांप कर पुलिस बाबूलाल को थाने ले आई और उससे कार्ड के बाबत पूछताछ की । आरोपी बाबूलाल की माने तो वह पढ़ा लिखा नहीं है वह किसी परिचित के साथ निमंत्रण कार्ड छपवाने गया था । कार्ड में लिखी हुई सारी बातें उसी परिचित द्वारा ही छपाई गई । पुलिस ने माहौल शांत करने के लिए बाबूलाल का शांति भंग की आशंका में चालान कर दिया । बाबूलाल के निमंत्रण कार्ड में कथित्त विवादित सामग्री छपवाने वाले साजिश कर्ताओं को राजनीति चमकाने का अवसर मिल गया । कथित साजिश कर्ताओं ने परिजनों को भ्रमित कर दिया और देर शाम तक बाबूलाल के घर आ जाने की बात कही । वहीं उप जिलाधिकारी लंभुआ न्यायालय में जमानत पत्र न दाखिल होने से उप जिलाधिकारी द्वारा जेल भेजने की कार्यवाही कर दी गई । मजे की बात तो यह है तीन दिन बीत जाने के बाद भी बाबूलाल की जमानत को लेकर ना तो परिजन ना ही परिचित कोई कार्यवाही करवा सके । 
*बोले थानाध्यक्ष माहौल खराब करने वालो से सख्ती से निपटेगी पुलिस*

कोतवाली देहात के थाना अध्यक्ष देवेंद्र सिंह ने उक्त मामले में बताया विवादित कार्ड में धार्मिक भावनाएं भड़काने व दूसरे समुदाय व जाति के व्यक्तियों के लिए अशोभनीय टिप्पणी की गई थी जिसकी जनता ने शिकायत की पुलिस ने कार्यवाही करते हुए उनका शांति भंग में चालान किया गया था । यदि जमानत पत्र दाखिल किए जाते तो उप जिलाधिकारी के कोर्ट से उन्हें जमानत मिल जाती ।परिजन व परिचित इस बाबत कोई कार्यवाही नहीं कर सके । उपरोक्त कार्ड के संबंध में शामिल अन्य साजिशकर्ताओं की भी जांच चल रही है । किसी भी हालत में क्षेत्र में सामाजिक भाईचारा व सौहार्द बिगड़ने नहीं दिया जाएगा । ऐसे असामाजिक तत्वों पर उनकी नजर है ऐसे लोगो से पुलिस सख्ती से निपटेगी ।

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