*ऑक्सीजन देकर थमती सांसों का सहारा बने रामप्यारे*
अम्बेडकरनगर
*ऑक्सीजन देकर थमती सांसों का सहारा बने रामप्यारे*
बढ़ते कोरोना संक्रमण के दौरान खड़े हुए ऑक्सीजन संकट के
दौर में रामप्यारे विश्वकर्मा थमती सांसों का सहारा बन गए हैं। वे
टाण्डा स्थित विश्वकर्मा ऑक्सीजन डिस्ट्रीब्यूटर्स के मालिक हैं।
उन्होंने मौजूदा समय में जरूरतमंदों को सरकारी रेट पर
ऑक्सीजन उपलब्ध कराकर मानवता की एक मिसाल पेश की
है। ऐसा तब है जब ऑक्सीजन को लेकर पूरे प्रदेश में हाहाकार
मचा हुआ है। ऐसे में विश्वकर्मा आक्सीजन डिस्ट्रीब्यूटर्स द्वारा
अंबेडकरनगर सहित 4 जिलों में ऑक्सीजन की आपूर्ति के साथ
स्थानीय स्तर पर आइसोलेट लोगों को आसानी से ऑक्सीजन
उपलब्ध करा रहे हैं। वह भी सरकारी रेट पर। बड़ी बात यह कि
जब प्रदेश के तमाम ऑक्सीजन प्लांट संचालकों द्वारा
कालाबाजारी की जा रही है तब यहां से सरकारी और निजी
अस्पतालों में आपूर्ति के साथ निजी स्तर पर जरूरतमंदों की
मदद भी की जा रही है।
*ऑक्सीजन देकर थमती सांसों का सहारा बने रामप्यारे*
बढ़ते कोरोना संक्रमण के दौरान खड़े हुए ऑक्सीजन संकट के
दौर में रामप्यारे विश्वकर्मा थमती सांसों का सहारा बन गए हैं। वे
टाण्डा स्थित विश्वकर्मा ऑक्सीजन डिस्ट्रीब्यूटर्स के मालिक हैं।
उन्होंने मौजूदा समय में जरूरतमंदों को सरकारी रेट पर
ऑक्सीजन उपलब्ध कराकर मानवता की एक मिसाल पेश की
है। ऐसा तब है जब ऑक्सीजन को लेकर पूरे प्रदेश में हाहाकार
मचा हुआ है। ऐसे में विश्वकर्मा आक्सीजन डिस्ट्रीब्यूटर्स द्वारा
अंबेडकरनगर सहित 4 जिलों में ऑक्सीजन की आपूर्ति के साथ
स्थानीय स्तर पर आइसोलेट लोगों को आसानी से ऑक्सीजन
उपलब्ध करा रहे हैं। वह भी सरकारी रेट पर। बड़ी बात यह कि
जब प्रदेश के तमाम ऑक्सीजन प्लांट संचालकों द्वारा
कालाबाजारी की जा रही है तब यहां से सरकारी और निजी
अस्पतालों में आपूर्ति के साथ निजी स्तर पर जरूरतमंदों की
मदद भी की जा रही है।
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