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*अकबरपुर-अयोध्या मार्ग से टांडा, बसखारी मार्ग को जोड़ने वाले बाइपास के लिए लगभग 73 करोड़ की ख़रीदी जाएगी जमीन*

रमाकांत पांडे 
अंबेडकर नगर
*अकबरपुर-अयोध्या मार्ग से टांडा, बसखारी मार्ग को जोड़ने वाले बाइपास के लिए लगभग 73 करोड़ की ख़रीदी जाएगी जमीन*
अंबेडकरनगर। बहुप्रतीक्षित अकबरपुर बाइपास धरातल पर साकार होने चल पड़ा है। लोक निर्माण विभाग ने शासन से नक्शे और वित्तीय स्वीकृति का प्रस्ताव मिलने के बाद टेंडर की कवायद पूरी कर ली हैअकबरपुर-अयोध्या मार्ग से टांडा, बसखारी मार्ग को जोड़ने वाले इस 12.3 किलोमीटर के बाइपास के निर्माण के लिए 254 करोड़ रुपये खर्च होगा। बाइपास के लिए स्वीकृत बजट में 144.53 करोड़ रुपये सड़क निर्माण पर खर्च होगा। इससे 35 मीटर चौड़ा चार लेन का बाइपास बनेगा। यह बाइपास शहर के बाहर से होते हुए टांडा, बसखारी और अयोध्या मार्ग को जोड़ेगा। बाइपास पर सड़क की सुरक्षा में चार करोड़ 43 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। इससे इतर 12.3 किलोमीटर के बाइपास में सरकारी भूमि को छोड़कर किसानों तथा निजी भूमि का अधिग्रहण कर प्रतिकर का भुगतान करने पर 73 करोड़ रुपये खर्च किया जाना है।राहत में दुकानदार : बाइपास के निर्माण का रास्ता साफ होते ही दुकानदारों व आवासीय परिसर वाले लोगों ने राहत की सांस ली है। वजह शहर के अंदर से सड़क चौड़ी होने पर अतिक्रमण हटाने में इनके टूटने का खतरा बना था। बाइपास बनने से इन्हें दोहरा लाभ होगा। पहला प्रतिष्ठान या घर सुरक्षित रहेगा और दूसरा जाम की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा। सुगम और निर्बाध होगा सफर :
अकबरपुर नगरपालिका में शहर के बीच से होकर गुजर रहाटू-लाइनबहराइच-फैजाबाद-आजमगढ़ राजमार्ग छोटे-बड़े वाहनों का बोझ उठाने में फिलहाल नाकाम साबित हो चुका है। ऐसे में धर्मनगरी अयोध्या के पर्यटन मानचित्र पर निखरने से यातायात बढ़ना तय है। लिहाजा अयोध्या जिले तक के रास्तों को सुगम और निर्बाध बनाने में यह बाइपास बेहद कारगर होगा।बाइपास का रूट : अकबरपुर नगरपालिका में अयोध्या मार्ग पर 50 नंबर ट्यूबवेल के पास से यह बाइपास निकलकर इल्तिफातगंज मार्ग और रेलवे लाइन को पार करते हुए टांडा मार्ग को जोड़ेगा। इसके आगे चलते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग टांडा-बांदा को पार कर बसखारी मार्ग को अफजलपुर में जोड़ेगा। बाइपास निर्माण का रास्ता साफ हो चुका है। शासन से स्वीकृति मिल चुकी है। इसका निर्माण 254 करोड़ रुपये से होगा। इसमें भूमि अधिग्रहण पर 73 करोड़ रुपये व्यय किया जाएगा। फसल कटने के बाद निर्माण की प्रकिया को गतिमान किया जाएगा।

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