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*बर्ड फ्लू की आहट से जिले में स्वास्थ्य महकमा हुआ चौकन्ना*

मनोज मिश्रा ब्यूरो चीफ 
न्यूज़ 24 इंडिया
अंबेडकर नगर 
*बर्ड फ्लू की आहट से जिले में स्वास्थ्य महकमा हुआ चौकन्ना*

अंबेडकरनगर। बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए जिले में स्वास्थ्य महकमा चौकन्ना हो गया है। जिला अस्पताल समेत सभी नौ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर बर्ड फ्लू का शिकार होने वाले मरीजों के उपचार के लिए विशेष तौर पर दो-दो बेड की व्यवस्था कर दी गई है। स्वास्थ्य महकमे ने नागरिकों से आह्वान किया है कि बीमारी से जुड़ा कोई लक्षण यदि उनमें दिखाई पड़े तो तत्काल अस्पताल पहुंचें, जिससे जांच के बाद समय रहते इलाज हो सके। साथ ही प्रशासन ने सभी पोल्ट्री फार्म संचालकों को गाइड लाइन जारी कर दी है। कहा गया कि यदि मुर्गियों की अचानक मौत होती है, या फिर कोई समस्या बढ़ती है तो तत्काल पशु पालन विभाग को सूचित करें।
कोरोना के बीच अब बर्ड फ्लू की आहट भी हो गई है। फिलहाल जिले में अभी तक ऐसा कोई केस सामने नहीं आया है। शासन के निर्देश पर एहतियातन जिले में प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने आवश्यक पहल शुरू कर दी है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी सीएचसी में दो अतिरिक्त बेड बर्ड फ्लू मरीजों के लिए आरक्षित कर दिए हैं। जिला अस्पताल में भी मरीजों के पहुंचने पर कोई असुविधा न हो, इसके लिए विशेष बेड की व्यवस्था की गई है। सीएमओ डॉॅ अशोक कुुमार ने बताया कि जिले में अब तक बर्ड फ्लू का कोई केस सामने नहीं आया है। शासन के निर्देश पर सभी आवश्यक एहतियात बरते जा रहे हैं।मरीजों के उपचार में कोई दिक्कत न हो, इसके लिए सभी सीएचसी के साथ ही जिला अस्पताल में भी व्यवस्था की गई है। बेड आरक्षित होने के साथ ही संबंधित बीमारी से जुड़ी दवाओं का पर्याप्त स्टॉक भी सभी अस्पतालों को मुहैया करा दिया गया है। नागरिकों को सलाह दी जा रही है कि यदि उनमें बर्ड फ्लू के लक्षण महसूस हों तो तत्काल चिकित्सालय से संपर्क करें। समय रहते उपचार शुरू होने पर समस्या को बढ़ने से रोका जा सके। सभी जरूरी उपचार व दवाएं यहां मौजूद हैं।
उधर, जिले में करीब 148 पोल्ट्री फॉर्म का संचालन हो रहा है। सभी संचालकों को इसके लिए आवश्यक दिशा निर्देश भी जारी कर दिया गया है। कहा गया कि यदि मुर्गियों में कोई लक्षण या समस्या दिखाई पड़ती है तो तत्काल पशु चिकित्सा कार्यालय से संपर्क करें। साथ ही ब्लॉक स्तर पर तैनात पशु चिकित्सकों को निर्देशित किया गया है कि वह लगातार पोल्ट्री फॉर्म का निरीक्षण करते रहें, जिससे यदि कोई समस्या उत्पन्न हो तो उसका समय रहते समाधान हो सके। इसके अलावा सभी ब्लॉक व तहसील स्तर पर पशु चिकित्सकों को नोडल अधिकारी के रूप में भी नामित किया गया है, जो प्रतिदिन चिकित्सकों से आवश्यक फीड बैक लेंगे।
मुर्गियों में बर्ड फ्लू के लक्षण
पशु चिकित्साधिकारी एसके सिंह ने बताया कि पक्षियों में बर्ड फ्लू होने पर उनकी दो से तीन दिन के अंदर मौत हो जाती है। मुर्गियां यदि बर्ड फ्लू का शिकार होती हैं तो उनके सिर के ऊपर मौजूद लाल रंग का हिस्सा नीला पड़ जाता है। पैरों में पैरालाइज हो जाता है, जिससे वह चलने में असमर्थ हो जाती हैं। सामान्य रूप से होने वाली बीट का रंग बदल जाता है। इसके अलावा उनके शरीर का तापमान बढ़ जाता है। कहा कि मुर्गी फार्म संचालकों के साथ ही आम नागरिकों की जिम्मेदारी है कि यदि कहीं पर अचानक पक्षियों की मौत हो रही है तो तत्काल इसकी सूचना पशुपालन विभाग को दें।

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