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*साढ़े छह करोड़ के बजट में मानक के विपरीत चल रहा है कार्य, निर्माण कार्य में खेला जा रहा लंबा खेल*

*साढ़े छह करोड़ के बजट में मानक के विपरीत चल रहा है कार्य, निर्माण कार्य में खेला जा रहा लंबा खेल*
अम्बेडकरनगरl नगर पालिका परिषद अकबरपुर क्षेत्र में पुरानी तहसील तिराहा से मालीपुर रोड संघतिया तक सड़क चौड़ीकरण में  कार्यदायी संस्था व ठेकेदार द्वारा भारी पैमाने पर घोटाला किए जाने की चर्चा जनमानस में शुरू हो गई है। नगरवासियों ने डीएम को संज्ञान में लेकर मामले की जांच कराकर घोटालेबाजो के विरूद्ध कार्रवाई की मांग किया है।
ज्ञात हो कि पालिका अंतर्गत फव्वारा तिराहा से लेकर संघतिया तक लगभग 6.5 करोड रुपए की लागत से राजमार्ग के चौड़ीकरण का बजट शासन से अवमुक्त हुआ है जिसके निर्माण के लिए कार्यदाई संस्था लोक निर्माण विभाग को निर्धारित समय में निर्माण पूर्ण करने की जिम्मेदारी मिली है कार्यदायी संस्था द्वारा ठेकेदार के माध्यम से निर्माण कार्य जारी है किंतु घोटाले किए जाने की लोगों में आशंका होने लगी है।
शनिवार को नगरवासियों के स्वर उस समय मुखर होने लगे जब ठेकेदार जी.के जेटली इंटर कॉलेज के सामने जेसीबी से पटरी की खुदाई कराने लगा। लोगों ने पालिका प्रशासन से चौड़ाई के बाबत दूरभाष पर संपर्क किया, जवाब जो चौड़ाई के बाबत बताई गई उसके अनुरूप माप कराने पर कई फीट चौड़ाई कम पाई गई। इसे लेकर लोगों का कहना है कि लगता है कि मानक के अनुरूप सड़क की चौड़ाई ना कराकर कार्यदायी संस्था व उसके ठेकेदार भारी पैमाने पर घोटाले की जुगत में है। लोगो ने निर्माण कार्य की डीएम से जांच कराकर घपला की धनराशि पर रोक व रिकवरी कराए जाने के साथ दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई की मांग किया है।
अवसरवादी ठेकेदार भी काट रहा मलाई
सड़क चौड़ीकरण के दौरान निकाले जा रहे स्टोनब्रिक (इंटरलॉकिंग), ईट व मिट्टी की बिक्री कर अब तक अवसरवादी के रूप में चर्चित चेयरमैनो के नजदीकी रहने वाले एक ठेकेदार द्वारा मलाई काटे जाने को लेकर चर्चा का बाजार गर्म है। कई नगरवासियों ने बताया कि पुराने इंटरलाकिंग, ईट व मिट्टी के बाबत बताया कि उक्त पालिका का ठेकेदार जिसके इशारे पर वर्तमान पालिका के विकास कार्यों का बंटवारा हो रहा है, के द्वारा शहर के बाहर एकत्रित करवाकर 8 हजार रूपये प्रति ट्राली की दर से इंटरलॉकिंग की बिक्री कराया जा रहा है। इसी तरह ईट व मिट्टी में भी खेल हो रहा है जिसका कहीं लेखाजोखा नहीं है, जेब में भरा जा रहा है। यही नहीं पुराने सामग्रियों से यह ठेकेदार निर्माण में प्रयोग करवाकर पालिका के बजट में घोटाला करने में भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है।

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