*आखिर किस प्रकार अपना फर्ज अदा करेंगे पदस्थ डाॅक्टर?*
अंबेडकर नगर
डॉक्टर और स्वास्थ्य सेवा से जुड़े लोग दिन-रात कोरोना वायरस की महामारी से देश को बचाने के लिए लोगों का इलाज कर रहे हैं। जनपद मुख्यालय पर डॉक्टर सुभाष चंद्र के ऊपर लगाए गए आरोपों पर जब मीडिया ने गहराई से जानने का प्रयास किया तो वास्तविकता कुछ इस प्रकार नजर आई।
आखिर किस प्रकार अपना फर्ज अदा करेंगे पदस्थ डाॅक्टर? । डाॅक्टर द्वारा किए गए अश्लील हरकत का मामला कुछ इस तरह नजर आ रहा है। अस्पताल परिसर के अंदर प्रभारी द्वारा पूछा जाना क्या अपराध है? कस्बा चौकी इंचार्ज मनोज सिंह द्वारा पीड़िता द्वारा पूछताछ की जिसमें मामला छेड़छाड़ से अलग बताया गया। अकबरपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से जुड़ा हुआ है जहां पर मंगेश ने सीएससी अधीक्षक डॉक्टर सुभाष चंद के ऊपर अश्लील हरकतों का आरोप लगाया गया जिसके बारे में दोनों लड़कियों ने चौकी इंचार्ज मनोज सिंह के द्वारा पूछताछ करने पर दिए गए प्रार्थना पत्र से अलग बताया गया। परंतु रात्रि 9:00 बजे घर का घेराव कर गाली गलौज मारपीट की सूचना जब सीएचसी प्रभारी द्वारा कोतवाली अकबरपुर को दी गई डॉक्टर सुभाष चंद्र को जातिसूचक शब्दों और मारपीट के नियत से अपमानित करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया है। उसके पश्चात इस घटनाक्रम को इस तरह मोड़ दिया गया कि डॉक्टर सुभाष चंद्र का अस्पताल में उन युवतियों से पूछना उनके गले के का फांस बनना शुरू हो गया सीएससी प्रभारी के द्वारा कहा गया कि 19 अगस्त को सायं लगभग 9 बजे उसके आवास पर स्थानीय संदीप चौहान दुर्गा चौहान व संजीत आदि ने घर में घुसकर जानलेवा हमला किया और अभद्रता भी की इसकी पुष्टि पड़ोस के लोगों ने भी की। क्या प्रत्येक मामले में चिकित्सक को दोषी मानना ठीक है? यदि ऐसा हुआ तो कोई भी डॉक्टर अपने काम को तल्लीनता से नहीं कर पाएगा।पुलिस उपाधीक्षक को इस मामले से अवगत कराया वही पूरे मामले को लेकर चिकित्सक का कहना है कि यह पूरा मामला राजनैतिक षडयंत्र से जुड़ा हुआ है जिसके चलते चिकित्सक की छवि को धूमिल किये जाने के प्रयास किए जा रहे हैं। चिकित्सक का कहना है कि उसे न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है।
*रिपोर्ट- दिलीप कुमार भास्कर जिला संवादाता न्यूज 24 इन्डिया अम्बेडकर नगर उ.प्र.*
Post a Comment