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घाघरा (सरयू) नदी के तटीय गांव के हजारों किसानों की मेहनत बाढ़ की विभीषिका में डूब गई

घाघरा (सरयू) नदी के तटीय गांव के हजारों किसानों की मेहनत बाढ़ की विभीषिका में डूब गई




 जनपद अम्बेडकरनगर तहसील क्षेत्र आलापुर अंतर्गत घाघरा (सरयू) नदी के तटीय गांव के हजारों किसानों की मेहनत बाढ़ की विभीषिका में डूब गई है जिससे किसानों के अरमानों पर सरयू नदी का पानी अपने साथ लाए बाढ़ की गाद( कचड़े) से हजारों एकड़ धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है ।मालूम हो फसल नष्ट होने से किसानों की मंशा पर पानी फिर गया है बेहाल किसान शासन प्रशासन से फसल नष्ट होने के कारण अहेतुक सहायता की आशा में दर्जनों शिकायत उच्चाधिकारियों से कर चुके हैं । बीते कई दशकों के बाद आई भीषण बाढ़ माझा कम्हरिया आराजी देवारा के साथ-साथ सरजू नदी के तटीय गांव इटौरा ढोलीपुर सराय हंकार गोपालपुर कमालपुर घिन्हापुर सहित अन्य गांवों के हजारों किसानों की लगभग 1000 एकड़ धान की फसलें बाढ़ की आगोश में बीते लगभग 10 दिनों से डूबी हुई है जिससे धान की फसल पूरी तरह सड़ चुकी हैं । बाढ़ से प्रभावित किसानों तालुकदार सिंह राम सुमेर यादव राघवेंद्र सिंह परमात्मा सिंह बलजोर निषाद गोमती यादव बिन्द्रा शर्मा सहित अन्य किसानों का कहना है कि जीविकोपार्जन का एकमात्र साधन खेती ही है फसल डूब कर नष्ट हो जाने से सारे अरमान बाढ़ के पानी में बह गए सरकार से सहायता ना मिली तो किसान भुखमरी के शिकार हो जाएंगे। सामाजिक कार्यकर्ता मित्रसेन ने बाढ़ प्रभावित किसानों की मांग उच्चाधिकारियों तक पहुंचा कर किसानों की सहायता की मांग की है वहीं नवयुवक भावेश सिंह गंगे द्वारा शासन प्रशासन को बाढ़ की विभीषिकाऔर उससे हुए नुकसान की शिकायत की जा चुकी हैं क्योंकि पहली बार नदी में आयी बाढ़ से बची खुची आस दुबारा बाढ़ आने पर खत्म हो गई जिसमें सैकड़ों एकड़ की फसल कटान से धारा में तब्दील हो गई। इस संबंध में उपजिलाधिकारी आलापुर धीरेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि बाढ़ प्रभावित सभी क्षेत्रों का आकलन संबंधित कर्मचारियों द्वारा कराया जा रहा है और आंकलन के बाद प्रभावित किसानों को मुआवजा दिया जाएगा ।

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