*55 घंटे लॉकडाउन के मानकों का उड़ा रहे मखौल*
अंबेडकरनगर : शनिवार और रविवार को 55 घंटे लॉकडाउन का मकसद समझने के बावजूद लोग इसे साकार करने में सहभागी बनने से गुरेज कर रहे हैं। लॉकडाउन लगने की जानकारी पहले से होने को लेकर लोग शुक्रवार तथा अनलॉक के पहले दिन सोमवार को बाजार में एकाएक भीड़ उमड़ जाती है। इस दौरान शारीरिक दूरी और मास्क लगाने का पालन करने की किसी को सुधि नहीं रहती। महामारी के सुरक्षा मानकों का खुलेआम मखौल उड़ाया जा रहा है। वहीं कागजी आदेश जारी करने के बाद सरकारी मशीनरी चुप्पी साधे बैठी है।
गुरुवार को जिला मुख्यालय की सड़क और बाजार दिनभर जाम से जूझती रहीं। पुलिस व प्रशासन के अधिकारी व कर्मचारी इसमें सहभागी रहे। सुरक्षा मानकों का पालन करना और कराना दूर लोग जल्दी निकलने की होड़ में दिखे। कुछेक अधिकारियों और कर्मचारियों को टोका और लापरवाही करने की वजह जाननी चाही तो वह मुस्कराकर निकल गए। पुलिस कर्मियों से पूछने पर कहा गया, तमाम लोगों का चालान किया गया और मास्क लगा शारीरिक दूरी का पालन कर सफर करने को कहा गया है। लोगों को खुद के जान की फिक्र नहीं, सबको रोकने पर सड़क यातायात प्रभावित होगा और जाम लगने से संक्रमण और फैलने का खतरा बढ़ेगा। खुद को भी संक्रमण से बचाने के लिए किसी के संपर्क में आने से देखना पड़ता है। दुकान पर भीड़ लगाए खड़े लोगों का कहना है, बंदी दौरान की जरूरत की खरीदारी कर रहे हैं।
*रिपोर्ट-दिलीप कुमार भाष्कर न्यूज 24 इन्डिया अम्बेडकरनगर उ.प्र.*
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