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मानवता का धर्मरोते-बिलखते रिक्शा चालक के आगरा मेयर ने पोंछे आंसू, निभाया मानवता का धर्म



आगरा। कोरोना वैश्विक महामारी के दौर में कई जगह ऐसी घटनाएं या दृश्य आपको देखने को मिल जाएंगे जहां गरीब, अहसहाय और दिहाड़ी मजदूर अपनी दयनीय हालत पर आंसू बहाता या किस्मत पर रोता नज़र आ रहा होगा। क्योंकि कोरोना वायरस ने पूरे देश में ऐसे हालात पैदा कर दिए हैं कि कोई चाह कर भी कुछ नहीं कर पा रहा है लेकिन इस विपदा में यदि हम ऐसे लोगों का दुःख-दर्द बांट सकें तो इस मुश्किल समय को काटने में उन्हें काफ़ी राहत मिलेगी। आगरा के मेयर नवीन जैन ने भी समाज के लिए ऐसा उदाहरण पेश किया है।

बताया जाता है कि बीते शाम रविवार को कमलानगर में महापौर नवीन जैन अपने परिवार व पड़ोसियों के साथ टहल रहे थे। तभी उन्होंने एक रोते बिलखते हुए रिक्शा चालक को देखा। महापौर अपने परिवार के साथ रुके और रिक्शा चालक रोने का कारण पूछा। रिक्शा चालक ने बताया कि वो टेढ़ी बगिया का रहने वाला है और सुबह से भूखा है। आर्थिक संकट के कारण बाजार खुलने पर वो अपने रिक्शे को लेकर निकला है लेकिन कोई भी सवारी नही मिली और उसकी कमाई नही हुई जिससे वो बुरी तरह टूट गया है।

इन दौरान महापौर ने रोते हुए रिक्शा चालक का ढांढस बंधाया और उसकी मदद की। महापौर के परिवार ने उसे भोजन कराया तो आर्थिक मदद भी की। इतना ही नहीं रिक्शा चालक से उसके घर-परिवार का हाल जाना और भविष्य में भी हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।

महापौर नवीन जैन का कहना था कि इस संकट काल में सबसे ज्यादा गरीब व दिहाड़ी मजदूर परेशान है, अगर हमें कहीं भी ऐसे लोग दुःखी या परेशान दिखाई दें तो उनकी मदद के लिए आगे आना चाहिए।


*रिपोर्ट | भोवन सिंह ब्यूरो चीफ आगरा उ0प्र0*

( *NEWS 24 INDIA न्यूज चैनल*)

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