Header Ads

.

स्टाफ नर्स के प्रार्थना पत्र देने के बावजूद भी कोविड-19 से नहीं हटाई गई उसकी ड्यूटी जिसका परिणाम हुआ घातक।

*NEWS 24 INDIA*

स्टाफ नर्स के प्रार्थना पत्र देने के बावजूद भी कोविड-19 से नहीं हटाई गई उसकी ड्यूटी जिसका परिणाम हुआ घातक। 
कोरोनावायरस से संक्रमित जिला चिकित्सालय में स्टाफ नर्स के पद पर कार्यरत विभा चौधरी ने पूर्व में जिला चिकित्सालय में कोविड-19 के वार्ड से अपनी ड्यूटी हटाने के लिए कई बार गुहार लगा चुकी है परंतु उनकी बातों को विभागीय कर्मचारियों ने अनसुना कर दिया था । स्टाफ नर्स ने प्रार्थना पत्र में गुर्दे की पथरी से ग्रसित होना बताया है।साथ ही उसके छोटा बच्चा भी है,  बावजूद इसके बाद लगातार क्वारंटाइन वार्ड में काम करती रही है शासन की गाइडलाइन के अनुसार किसी भी कार्यरत कर्मचारी की कोविड 19 वार्ड में 21 दिन से ज्यादा नहीं लगानी चाहिए, लेकिन कोरोनावायरस से संक्रमित स्टाफ नर्स से जिला चिकित्सालय के आलाहाकिमों द्वारा लगातार कोविड-19 वार्ड में 2 माह से ज्यादा समय तक कार्य लिया जाता रहा। इसी मनमानी का नतीजा आज सामने है। गुरुवार को आए रिपोर्ट में स्टाफ नर्स कोरोनावायरस से संक्रमित पाई गईं।  जिसके परिणामस्वरूप जिला अस्पताल के समस्त कर्मचारी दहशत में आ गए हैं।

No comments