ताजनगरी की घनी बस्तियां में दस्तक दे रहा कोरोना वायरस, 1.5 लाख घरों में होगा सर्वे शहर के शाहगंज, लोहामंडी सहित छह इलाकों में घर-घर ढूंढे जा रहे संक्रमितजगदीशपुरा, खटीक पाड़ा, नगला छऊआ और टेढ़ी बगिया भी शामिल
आगरा में कोरोना संक्रमण शहर की घनी बस्तियों में दस्तक दे रहा है। कई संक्रमितों की मौत हो गई है। जिला प्रशासन ने ऐसे छह इलाकों के 1.5 लाख घरों में कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए सर्वे शुरू किया है। अलग-अलग टीमें घर-घर जाकर बच्चे, बुजुर्ग, बीमार में कोरोना लक्षणों की जांच कर रही हैं।
जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह ने बताया कि शाहगंज, लोहामंडी, जगदीशपुरा, खटीक पाड़ा, नगला छऊआ और टेढ़ी बगिया में विशेष अभियान चल रहा है। शुक्रवार को शाहगंज के ग्यासपुरा में घरों में टीम ने सर्वे किया। उन्होंने कहा कि घनी बस्तियों में खतरा अधिक है। ऐसे में यहां उच्च जोखिम वाले सभी मरीजों की सैंपलिंग होगी।
फिर से रफ्तार पकड़ रहा संक्रमण
दरअसल, शहर में संक्रमण फिर से रफ्तार पकड़ रहा है। शुक्रवार को जगदीशपुरा में 52 वर्षीय, बल्केश्वर में 68 वर्षीय, ट्रांस यमुना में 27 साल का युवक ओल्ड विजय नगर में 66 का बुजुर्ग संक्रमित मिले हैं। नामनेर में 82 साल की महिला में संक्रमण पाया गया है।
जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह ने बताया कि शाहगंज, लोहामंडी, जगदीशपुरा, खटीक पाड़ा, नगला छऊआ और टेढ़ी बगिया में विशेष अभियान चल रहा है। शुक्रवार को शाहगंज के ग्यासपुरा में घरों में टीम ने सर्वे किया। उन्होंने कहा कि घनी बस्तियों में खतरा अधिक है। ऐसे में यहां उच्च जोखिम वाले सभी मरीजों की सैंपलिंग होगी।
फिर से रफ्तार पकड़ रहा संक्रमण
दरअसल, शहर में संक्रमण फिर से रफ्तार पकड़ रहा है। शुक्रवार को जगदीशपुरा में 52 वर्षीय, बल्केश्वर में 68 वर्षीय, ट्रांस यमुना में 27 साल का युवक ओल्ड विजय नगर में 66 का बुजुर्ग संक्रमित मिले हैं। नामनेर में 82 साल की महिला में संक्रमण पाया गया है।
सख्ती: दवा दुकानों से मांगा ब्यौरा
इन छह इलाकों में एक तरफ घर-घर जाकर टीमें मरीजों का डाटा तैयार करेंगी, दूसरी तरफ इलाके में दवा की फुटकर दुकानों से सर्दी, खांसी, जुकाम, बुखार व अन्य गंभीर रोगों के मरीजों की दी जा रही दवाओं का ब्यौरा भी लिया जाएगा। डीएम ने बताया कि इस संबंध में औषधि निरीक्षकों की ड्यूटी लगाई है।
सेहत: हृदय रोगियों पर नजर
डीएम ने बताया कि इन इलाकों में सामान्य रोगियों के लिए कैंप लगा उन्हें दवाएं वितरित कराई जा रही हैं। उन्हें घर से बाहर निकलने की जरूरत नहीं हैं। सीएमओ ने सभी इलाकों में स्क्रीनिंग व दवा वितरण कैंप का रोस्टर बनाया है। घनी बस्तियों में हृदय, सांस, मधुमेह, गुर्दा रोगियों के अलावा गर्भवतियों को अधिक खतरा है। इन पर नजर रखी जा रही है।
*रिपोर्ट | भोवन सिंह ब्यूरो चीफ आगरा*
( *NEWS 24 INDIA न्यूज चैनल*)
Post a Comment