Header Ads

.

*मानव और मानवता की सेवा में समर्पित ‘संकल्प’ का सूरज *न्यूज 24 इंडिया अम्बेडकर नगर**रिपोर्टर बजरंगी मोदनवाल*

*मानव और मानवता की सेवा में समर्पित ‘संकल्प’ का सूरज*

*न्यूज 24 इंडिया अम्बेडकर नगर*
*रिपोर्टर बजरंगी मोदनवाल*

संकल्प मानव सेवा संस्था के संस्थापक सूरज गुप्ता के नेतृत्व में संकल्प टीम के सदस्यों द्वारा रक्तदान जैसा महादान करने के साथ-साथ सरकारी चिकित्सकों, पुलिसजनों एवं स्वच्छता कर्मियों को पुष्पाहार पहनाकर सम्मानित किया गया। इसी तरह समय-समय पर इस समाजसेवी द्वारा मास्क, सैनिटाइजर, खाद्यान्न, सब्जियाँ, मोमबत्ती-मचिस आदि का भी वितरण किया गया। सूरज और संकल्प टीम द्वारा की जाने वाली गरीबों, असहायों, मजदूरों, दिव्यांगों व अन्य जरूरतमन्दों की यथासम्भव मदद करने का सिलसिला अभी भी जारी है। लाकडाउन के शुरूआती दिनों में अनेकों चेहरे समाजसेवा का भाव लेकर इस जंग-ए-मैदान में उतरे, और धीरे-धीरे विलुप्त हो गये। वहीं कच्छप गति से चलने वाले युवा समाजसेवी सूरज कुमार उर्फ बन्टी गुप्ता अपने संकल्प टीम के सदस्यों के साथ मानव और मानवता की सेवा में जुटे हुए हैं। 

इस युवा समाजसेवी की एक खासियत यह है कि आधुनिक समाजसेवियों की तरह प्रचार और प्रसार में कम विश्वास रखता है। सेल्फी एवं अन्य छायांकन से परहेज करता है। सूरज का यह मानना है कि किसी भी तरह की सेवा करके पुण्य कमाने वाला यदि उसका प्रचार कर देता है तो वह सुफल का हकदार नहीं होता। इसलिए संकल्प के सदस्यों द्वारा भी छायांकन यानि फोटोग्राफी/सेल्फी से दूरी बनाकर रखी जाती है। नारी का सम्मान केवल भाषणों में नहीं, अपितु इसे हकीकत में तब्दील करके दिया जा सकता है। सूरज का मानना है कि वह ऐसा कोई भी कार्य नहीं करना चाहता जिससे किसी व्यक्ति के स्वाभिमान को ठेस पहुँचे। वह चाहे गरीब हो, वृद्ध हो, दिव्यांग हो या फिर महिला हो। 

इस समय लाकडाउन-04 चल रहा है। हर आम आदमी आर्थिक रूप से तंगी का शिकार हो गया है। ऐसे में सूरज कुमार ने एक अति आवश्यक पहल की है। वह जिले के महंगे विद्यालयों के प्रबन्धतन्त्र से फीस माफी की अपील कर रहे हैं। उनका मानना है कि महंगे अंग्रेजी माध्यमों के विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के अभिभावकों के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है। वह चाहते हैं कि अप्रैल, मई व जून तीन महीने की पूरी फीस विद्यालयों द्वारा माफ की जाये। ऐसे हो जाने से अभिभावकों पर पड़ने वाला आर्थिक बोझ कुछ कम होगा। कुल मिलाकर सूरज कुमार की सोच मानव और मानवता की सेवा हेतु बहुत कुछ सकारात्मक कर गुजरने की है।

No comments